भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त रेस्ट पर है। श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सीरीज के बाद भारतीय खिलाड़ी अब अगस्त में कोई भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेलेंगे। सितंबर से फिर लगातार बैक टू बैक मुकाबले हैं। इस बीच आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग की बात की जाए तो भारतीय टीम इस वक्त दूसरे स्थान पर है। लेकिन उसके पास नंबर वन बनने का मौका है। इसके लिए टीम को अपने कुछ मुकाबले जीतने होंगे। ऑस्ट्रेलिया को पीछे ढकेलने का ये बेहतरीन चांस है।
आईसीसी की टेस्ट टीम रैंकिंग की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम इस वक्त नंबर एक की कुर्सी पर काबिज है। तीनों फॉर्मेट में केवल टेस्ट ही ऐसा है, जहां टीम इंडिया नंबर एक पर नहीं है। बाकी वनडे और टी20 इंटरनेशनल में उसका टॉप पर कब्जा है। टेस्ट रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया 124 की रेटिंग के साथ नंबर एक पर है। वहीं भारत की रेटिंग 120 की है और वो दूसरे स्थान पर है। लेकिन मजे की बात ये है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अब सीधे नवंबर में टेस्ट के लिए मैदान में उतरेगी, जब टीम इंडिया वहां का दौरा करेगी, लेकिन इससे पहले भारतीय टीम कुल 5 टेस्ट खेल चुकी होगी।
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलेगी। सीरीज का दूसरा मुकाबला 27 सितंबर से होगा। इस सीरीज के बाद टीम इंडिया 16 अक्टूबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ भी तीन टेस्ट खेलेगी। ये सीरीज 5 नवंबर को खत्म होगी। इसके बाद नवंबर के आखिरी में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से सीरीज खेलेगी। यानी जब टीम इंडिया बांग्लादेश और न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज खेलकर ऑस्ट्रेलिया पहुंचेगी, तब तक ऑस्ट्रेलिया कोई और टेस्ट नहीं खेलेगा।
इसका मतलब ये हुआ कि इन पांच टेस्ट मैचों में से अगर कुछ ही मुकाबले टीम इंडिया जीत जाती है तो उसके पास मौका होगा कि वो नंबर एक टीम बन जाए। लेकिन अगर सभी मुकाबले जीत लिए गए तब तो फिर न केवल भारत नंबर एक बन जाएगा, बल्कि ऑस्ट्रेलिया पर काफी हद तक लीड भी ले चुका होगा। खास बात ये भी है कि बांग्लादेश और न्यूजीलैंड से होने वाली सीरीज भारत में ही खेलेगी जाएगी, जिसका फायदा टीम को मिल सकता है। हालांकि अभी इसमें काफी वक्त है और देखना होगा कि आने वाली टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम किस तरह का प्रदर्शन करती है।